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✈️ अहमदाबाद क्रैश रिपोर्ट: Air India फ्लाइट AI‑171 (12 जून 2025)




✈️ अहमदाबाद क्रैश रिपोर्ट: Air India फ्लाइट AI‑171 (12 जून 2025)

🕒 घटना का संक्षेप

  • फ्लाइट: Air India AI‑171, Boeing 787‑8 Dreamliner, रूट: अहमदाबाद → लंदन Gatwick 

  • तारीख: 12 जून 2025, सुबह 08:09 UTC (13:39 IST) 

  • स्थल: टेकऑफ़ लेने के 30 सेकंड में विमान गिरा, B.J. मेडिकल कॉलेज के हॉस्टल बिल्डिंग से टकराया 

💥 तबाही का विवरण

  • सवार यात्री/क्रू: 230 यात्री + 12 क्रू = 242 लोग 

  • हताहत: ऑन-बोर्ड 241 मारे गए, 1 ही जिंदा बचे (Vishwashkumar Ramesh) 

  • ग्राउंड के नुकसान: 19 लोगों की जान गई, कई लोग घायल

🧭 प्रारंभिक AAIB रिपोर्ट: कारण क्या मिला?

  • ईंधन कट-ऑफ: टेकऑफ़ के कुछ सेकंड में फ्यूल-कंट्रोल स्विच “RUN” से “CUTOFF” में चले गए, जिससे दोनों इंजन बंद हो गए 

  • पायलटों की कोलाहल: कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में एक पायलट पूछता है: “क्यों फ्यूल ऑफ़ किया?”, दूसरा कहता है कि मैंने नहीं किया

  • Mayday कॉल: लगभग 23–32 सेकंड के अंदर “Mayday” भी कॉल किया गया 

  • RAT तैनाती: इमरजेंसी पॉवर सपोर्ट के लिए रैम एयर टरबाइन निकल आया 

🧪 तकनीकी/मानव त्रुटि?

  • स्विच लॉक सिस्टम: ये स्विच मेकेनिकल लॉक वाले होते हैं—गलती से या खुदबखुद शिफ्ट होना मुश्किल 

  • FAA एडवाइजरी 2018: Boeing 787‑8 पर संभावित स्विच लॉक समस्या के बारे में सूचना दी गई थी, Air India ने सलाह को फॉलो नहीं किया

  • पायलट की फिटनेस: दोनों पायलटों ने पूर्व में पर्याप्त रेस्ट ली थी, इनके रिकॉर्ड भी सामान्य पाए गए

👥 प्रतिक्रिया, विवाद और सवाल

  • पायलट संघ ALPA: AAIB की रिपोर्ट पर "पायलट एरर की पूर्वाग्रह" का आरोप लगाते हुए निष्पक्ष जांच की मांग 

  • परिवारों की नाराज़गी: पीड़ितों के परिजन सवाल कर रहे हैं –

    “क्या यह हादसा टाला जा सकता था?”

  • अंतर्राष्ट्रीय सहयोग: अमेरिका (NTSB) और UK विशेषज्ञ भी जांच में शामिल हैं

🛠️ सुधार के उपाय और कार्रवाइयां

  • 787 Dreamliner का फ्लीट निरीक्षण: Air India ने सभी 33 Boeing 787 विमानों का फ्यूल-स्विच निरीक्षण शुरू कराया

  • AAIB जांच जारी: यह अभी प्रारंभिक रिपोर्ट है; अंतिम जाँच रिपोर्ट आने में लगभग 1 वर्ष लग सकता है

  • FAA से जांच का दबाव: यह देखना बाकी है कि FAA या Boeing को कोई खामियों के लिए जिम्मेदार ठहराया जाएगा या नहीं


🔍 विश्लेषण और निष्कर्ष

  • टेक्निकली, स्विच लॉक इमरजेंसी पर ही बदलना चाहिए था, लेकिन दोनों स्विच एक साथ कट-ऑफ जाना “बहुत असामान्य” स्थिति है। विशेषज्ञ इसे "मनुष्य की गलती या दुर्लभ सिस्टम फॉल्ट" ही मान रहे हैं ।

  • परिजन और पायलट संघ समेत सभी चाहते हैं कि जांच निष्पक्ष और पारदर्शी हो—क्योंकि यदि स्विच सचमुच पायलट्स ने नहीं बदला, तो यह कोई गंभीर सिस्टम दोष भी हो सकता है।

  • भारत की सबसे भीषण एयर आपदा में एक अकेला यात्री बचा—यह चमत्कार भी चर्चा का विषय है।


✅ आगे का रास्ता

  1. AAIB की फाइनल रिपोर्ट – लगभग 2026 तक; यह स्पष्ट करेगा कि यह “इच्छाकृत कमी” थी या सिस्टम-चूक।

  2. FAA और Boeing जिम्मेदारी – 2018 सलाह के अनुपालन में एयर इंडिया क्या कार्रवाई करता है, यह महत्वपूर्ण है।

  3. नियामक निरीक्षाएँ और प्रशिक्षण – एयर इंडिया समेत सभी एयरलाइंस को आईATA/FAA मानकों के अनुसार सुरक्षा सर्टिफिकेशन को और मजबूत करना होगा।


🎗️ अंतिम शब्द

यह दुर्घटना हमें याद दिलाती है—वायु यात्रा कभी आरामदायक नहीं हो सकती जब तक तकनीकी और मानवीय त्रुटियों की पूरी जांच न हो
जो लोग मर चुके, उनके परिवारों के लिए न्याय जरूरी है; और जो बच गए, उन्हें उनकी ज़िन्दगी की कीमत मालूम होनी चाहिए।

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